मायावती ने कहा, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने बसपा को राष्ट्रपति उम्मीदवार तय करने के लिए आयोजित बैठक में नहीं बुलाया था. उन्होंने कहा कि बसपा एकमात्र ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है, जिसका नेतृत्व दलितों, आदिवासी और अतिपिछड़ों के साथ है.
नई दिल्ली: बसपा सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. एनडीए का साथ देने का एलान करते शनिवार यानी 25 जून को मायावती ने कहा कि वो द्रौपदी मुर्मू का समर्थन इसलिए कर रही हैं क्योंकि वो आदिवासी समुदाय से आती हैं. साथ ही मायावती ने विपक्ष पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर विपक्ष ने बसपा से सलाह के लिए कभी बैठक में नहीं बुलाया.
हमने आदिवासी समुदाय को अपने आन्दोलन का हिस्सा माना
बसपा प्रमुख मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि, हमारी पार्टी ने सदैव ही आदिवासी समाज को अपने मूवमेंट का खास हिस्सा माना है, इसलिए द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपना समर्थन देने का निर्णय किया है. हमने यह महत्वपूर्ण फैसला बीजेपी और एनडीए के समर्थन देने के लिए या फिर विपक्षी पार्टी का विरोध करने के लिए नहीं लिया है. बल्कि अपनी पार्टी के के आन्दोलन की विरासत को ध्यान में रखते हुए एक आदिवासी समाज की योग्य और कर्मठ महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है.

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बसपा सुप्रीमो ने कहा बैठक में नहीं बुलाया
मायावती ने कहा, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने बसपा को राष्ट्रपति उम्मीदवार तय करने के लिए आयोजित बैठक में नहीं बुलाया था. उन्होंने कहा कि बसपा एकमात्र ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है, जिसका नेतृत्व दलितों, आदिवासी और अतिपिछड़ों के साथ है. हम ऐसी पार्टी नहीं हैं जो बीजेपी या कांग्रेस को फॉलो करती है, या जो उद्योगपतियों से जुड़ी है. हम उत्पीड़ितों के पक्ष में निर्णय लेते हैं. ऐसे में अगर कोई पार्टी या विचारधारा ऐसे लोगों के वर्ग के पक्ष में निर्णय लेती है, तो हम परिणाम की परवाह किए बिना इन दलों का समर्थन पुरजोर करते रहेंगे.

बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि हमारी पार्टी जुमलेबाजी नहीं करती है. हमलोग मानवतावादी सोच के हैं. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस और बीजेपी अम्बेडकर की विचारों को लागू नहीं होने देना चाहती है. यूपी में 4 बार के बीएसपी के शासनकाल में यूपी में विकास हुआ है. लेकिन जातिवादी सोच के लोग बीएसपी को नीचा दिखाते हैं. जबकि केन्द्र की पार्टी बीएसपी को हमेशा तोड़ती रही है.
18 जुलाई को मतदान, 21 को होगी मतगणना
देश का अगला राष्ट्रपति चुनने के लिए 18 जुलाई को मतदान होना है. मतगणना 21 जुलाई को होगी. मालूम है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही देश के अगले राष्ट्रपति का चुनाव होना है.
Edited By: deshhit News