Maharashtra Politics: NCP प्रमुख शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। पार्टी के अनुसार, यह फैसला लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर किया गया है।
राजनीति के माहिर खिलाड़ी शरद पवार ने एक तीर से दो शिकार किए हैं। शनिवार को उन्होंने बेटी सुप्रिया सुले को एनसीपी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। प्रफुल्ल पटेल को भी कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। NCP सुप्रीमो ने यह ऐलान पार्टी के 25वें स्थापना दिवस पर किया।
एनसीपी के खिलाफ विद्रोही प्रवृत्ति प्रदर्शित करने वाले अजित पवार के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
इस घोषणा से अजित पवार परेशान दिखाई दिए और पार्टी कार्यालय से कुछ बोले बिना ही बैठक छोड़कर चले गए। बता दें कि अजित ने 2019 में भाजपा के साथ हाथ मिलाया था और देवेंद्र फडणवीस के साथ सुबह-सुबह शपथ ग्रहण समारोह में उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
सुप्रिया को रिपोर्ट करेंगे अजित पवार
शरद पवार की घोषणा के साथ ही सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को नए प्रभार भी सौंपे गए हैं। सुप्रिया महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब में राकांपा मामलों और महिलाओं, युवाओं, छात्रों और लोकसभा से जुड़े मुद्दों की प्रभारी होंगी।
सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र का प्रभारी बनाकर पवार ने प्रभावी रूप से भतीजे अजित पवार को बड़ा संदेश दिया है। इसी के साथ अजित को अब पार्टी के मामलों पर सुले को रिपोर्ट करना होगा।
प्रफुल्ल को नए प्रभार
पवार ने प्रफुल्ल पटेल को मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, झारखंड, गोवा और राज्यसभा का पार्टी प्रभारी भी बनाया है। इसके साथ ही प्रफुल्ल का पार्टी में कद भी बढ़ गया।
अजित पवार को शरद पवार ने क्यों नहीं किया प्रमोट
पिछले महीने महाराष्ट्र में घटा सियासी घटनाक्रम याद कीजिए। जब शरद पवार ने इस्तीफे का दांव चला तो पूरी पार्टी दंग रह गई। उससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय का फंदा अजित पवार के गले में कसता जा रहा था। यह चर्चा थी कि अजित पवार अपने साथ कुछ NCP विधायकों को लेकर बीजेपी के साथ सरकार में जा सकते हैं। द इंडियन एक्सप्रेस में नीरजा चौधरी ने लिखा कि NCP के कई नेताओं ने भी शरद पवार को इसके लिए मनाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने।