कनखल में बद्रीश पंचायत मंदिर: बद्रीनाथ की भक्ति का अनूठा केंद्र

13 May, 2024
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कनखल में बद्रीश पंचायत मंदिर,

हरिद्वार, बीते कल 12 मई 2024: वैशाख शुक्ल पंचमी और आदि जगतगुरु शंकराचार्य जयंती के पावन अवसर पर, तीर्थ नगरी हरिद्वार के उपनगर कनखल में स्थित अत्यंत प्राचीन तीर्थ बद्रीश पंचायत मंदिर के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खुल गए। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही यह मंदिर भी हर साल खोला जाता है, जो भगवान बद्री विशाल के प्रति भक्ति का अनूठा केंद्र है।

कनखल का ऐतिहासिक महत्व:

कनखल, जिसे “गंगा तट पर स्थित स्वर्ग” के रूप में भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह तीर्थ नगरी अनेक प्राचीन मंदिरों और धार्मिक स्थलों का निवास स्थान है। बद्रीश पंचायत मंदिर इनमें से एक है, जो अपनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।

मंदिर की स्थापना:

1930 में स्थापित, बद्रीश पंचायत मंदिर का निर्माण संत स्वामी इंद्रमणि आचार्य जी ने गंगा नदी के पावन तट पर किया था। ऐसा माना जाता है कि स्वामी जी को बद्रीनाथ धाम में भगवान बद्री विशाल ने सपने में दर्शन दिए थे और उन्हें कनखल में अपने विग्रह की स्थापना करने का आदेश दिया था।

बद्रीनाथ की प्रतिलिपि:

बद्रीश पंचायत मंदिर में भगवान हरि नारायण का विग्रह स्थापित है, जो बद्रीनाथ धाम में स्थित विग्रह की एक प्रतिलिपि है। मंदिर का निर्माण भी बद्रीनाथ धाम के मंदिर की तर्ज पर ही किया गया है, जो भक्तों को बद्रीनाथ धाम की यात्रा का अनुभव प्रदान करता है।

धार्मिक महत्व:

बद्रीश पंचायत मंदिर न केवल अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है, बल्कि इसका धार्मिक महत्व भी अत्यधिक है। ऐसा माना जाता है कि जब बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल में बंद हो जाते हैं, तो कनखल में बद्रीश पंचायत मंदिर के दर्शन करने से बद्रीनाथ धाम के बराबर ही पुण्य मिलता है।

भक्तों का उत्साह:

आज मंदिर के कपाट खुलने पर भक्तों का उत्साह देखने लायक था। मंदिर परिसर में भगवान को भोग लगाया गया और रामायण के पाठ की पूर्णाहुति के बाद आरती की गई। भक्तों ने भगवान बद्री विशाल का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा-अर्चना की।

निष्कर्ष:

कनखल में स्थित बद्रीश पंचायत मंदिर, भगवान बद्री विशाल के प्रति भक्ति का एक अनूठा केंद्र है। यह मंदिर न केवल अपनी भव्यता और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि यह श्रद्धालुओं को बद्रीनाथ धाम की यात्रा का अनुभव भी प्रदान करता है।

अतिरिक्त जानकारी:

बद्रीश पंचायत मंदिर में प्रतिदिन सुबह और शाम को आरती का आयोजन किया जाता है।
मंदिर परिसर में उपनयन संस्कार, ग्रह दोष, विशेष पूजा हवन, व अन्य संस्कार पुजा आदि हिंदू धर्मसे के विधी विधान अनुसार किया जाता है।
मंदिर तक पहुंचने के लिए, श्रद्धालु हरिद्वार से कनखल स्थित सती घाट तक लोकल या निजी वाहन से पंहुचा जा सकता है

सीमा कश्यप हरिद्वार

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