Gyanvapi Mosque Case: इलाहाबाद हाईकोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर का एएसआई सर्वे शुक्रवार (4 अगस्त, 2023) से शुरू हो गया. आर्कियोलॉजिल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या 17वीं शताब्दी की ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण हिंदू मंदिर पर किया गया.
ज्ञानवापी में सर्वे को देखते हुए जिले की पुलिस और प्रशासनिक महकमा हाई अलर्ट पर है। ज्ञानवापी परिसर के पास पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। इसके साथ ही वाराणसी में हाई अलर्ट है।

गौरतलब है कि ज्ञानवापी में सर्वे पिछले दस दिन से रुका हुआ है। एएसआई की 43 सदस्यीय टीम ने 24 जुलाई को सर्वे के लिए पहुंची थी। सुबह सात बजे सर्वे शुरू भी हो गया था, लेकिन दोपहर लगभग 12:30 बजे सर्वे पर रोक लगाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था। उस दिन से अब तक 10 दिन सुप्रीम कोर्ट और फिर इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश से ज्ञानवापी में सर्वे का काम रुका रहा। सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष के भी 16 लोग परिसर के अंदर जाएंगे.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मुस्लिम पक्ष
आपको बता दें कि ज्ञानवापी परिसर में ASI सर्वे की अनुमति देने के आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी यानी विशेष अनुमति याचिका दाखिल की है. मुस्लिम पक्ष ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती दी है. दरअसल मुस्लिम पक्ष ने आशंका जताई है कि ASI सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर में खुदाई का काम कर सकती है.
आज सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई

आपको बता दें कि चीफ जस्टिस की अगुआई वाली पीठ 18 नंबर पर सूचीबद्ध ज्ञानवापी मामले के सुनवाई योग्य होने से संबंधित याचिका के साथ साथ ही ज्ञानवापी सर्वेक्षण वाली अर्जी पर भी आज सुनवाई करेगी.
मुस्लिम पक्ष ने याचिका में क्या कहा
मिली जानकारी के मुताबिक, ज्ञानवापी सर्वे पर मुस्लिम पक्ष ने जो याचिका सुप्रीम कोर्ट में लगाई है, उसमें आशंका जताई गई है कि ASI वहां खुदाई का काम कर सकती है. यह भी कहा गया है कि ASI सर्वे से इस पूरे मामले पर असर पड़ेगा. इसलिए इस सर्वे पर फौरन रोक लगाई जाए.
इसी के साथ याचिका में मुस्लिम पक्ष की दलील है कि वजुखाना के सर्वे पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए रोक का आदेश पूरी मस्जिद पर लागू होता है. सुप्रीम कोर्ट का आदेश सिर्फ वजुखाने पर लागू नहीं होता है. मुस्लिम पक्ष ने आशंका जताई है कि ASI वहां सर्वे के दौरान खुदाई कर सकती है. मुस्लिम पक्ष की तरफ से कहा गया है कि ASI टीम सर्वे करने के लिए खुदाई उपकरणों के साथ पहुंची है.