मराठी में लिखे गए पांच पन्ने की चिट्ठी में विधायकों ने साफ तौर पर लिखा है कि हम वर्तमान विधायक हैं, इसलिए हमारे आवास पर और हमारे परिवार के सदस्यों को प्रोटोकॉल के अनुसार प्रदान की गई सुरक्षा को प्रतिशोध के रूप में अवैध रूप से वापस ले लिया गया है.
नई दिल्ली: शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज्य के गृह मंत्री और डीजीपी को पत्र लिखा है जिमें उन्होंने आरोप लगाया है कि 38 विधायकों जो अब ठाकरे के साथ नहीं उनके परिवारों के सदस्यों की सुरक्षा वापस ली गई है या बहुत ही दुर्भावना पूर्ण है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि अगर उनके परिवारों को कुछ होता है, तो उसके लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार, संजय राऊत और आदित्य ठाकरे जिम्मेदार होंगे.
शिंदे ने खत में पंजाब का किया जिक्र
साथ ही शिंदे ने 38 बागी विधायकों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी में सुरक्षा हटाए जाने के बाद पंजाब में विधायकों और नेताओं की सुरक्षा हटाए जाने को लेकर भी अपने पत्र में लिखा है कि कैसे सरकार ने सुरक्षा को हटाया और मूसे वाला का मर्डर हो गया. पत्र में ये भी आरोप लगाया गया है कि एमवीए सरकार के विभिन्न नेता अपने-अपने दलों के कार्यकर्ताओं को हिंसा करने के लिए उकसा रहे हैं.

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मराठी में लिखे गए पांच पन्ने की चिट्ठी में विधायकों ने साफ तौर पर लिखा है कि हम वर्तमान विधायक हैं, इसलिए हमारे आवास पर और हमारे परिवार के सदस्यों को प्रोटोकॉल के अनुसार प्रदान की गई सुरक्षा को प्रतिशोध के रूप में अवैध रूप से वापस ले लिया गया है. यह उल्लेख करने की आवश्यकता नहीं है कि यह भयावह कदम हमारे संकल्प को तोड़ने का एक और प्रयास है और एनसीपी और कांग्रेस के गुंडों वाली एमवीए सरकार की मांगों को पूरा करने के लिए हमारे हाथ जबरन मरोड़ने की कोशिश की जा रही है.
गृह मंत्री ने आरोपों से किया इनकार
इस बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने एकनाथ शिंदे के आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है और इसका खंडन किया है. उन्होंने कहा, ‘न तो मुख्यमंत्री और न ही गृह विभाग ने राज्य में किसी विधायक की सुरक्षा हटाने के आदेश दिए हैं. इस संबंध में ट्विटर पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से गलत और भ्रामक हैं.

वहीं अब संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा के फ्लोर पर आइए, देखते हैं कि किसमें कितना दम है. मैं हवा में कोई बात नहीं करता. जो उद्धव जी कहते हैं, मैं वही कहता हूं. जो बगावत कर रहे हैं, वे अपनी विधायकी बचाएं. मैं देवेंद्र फडणवीस को कहना चाहूँगा कि वह इस झमेले से बाहर रहें, नहीं तो वह बुरी तरह फंस जाएंगे. यह पार्टी हमारे खून से बनी है. यूंही कोई आने- जाने वाला हाईजैक नहीं कर सकता. कोई इस पार्टी को पैसे के दम पर खत्म नहीं कर सकता. हमें यकीन है कि एक बार (बागी) विधायक मुंबई वापस आ जाएंगे, वे फिर से हमारे पक्ष में लौट आएंगे. कल रात हमारी बैठक के दौरान शरद पवार की मौजूदगी में, हमें 10 (बागी) विधायकों का फोन आया. सदन के पटल पर आओ, और हम देखेंगे की कौन कितना मजबूत है.
Edited By: Deshhit News