हाल ही में, अहमदाबाद के अपोलो अस्पताल में आठ डॉक्टरों की एक टीम ने 56 वर्षीय महिला के 47 किलोग्राम के ट्यूमर को निकालकर उसे नया जीवन दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, इस ट्यूमर को भारत में अब तक का सबसे बड़ा non-ovarian tumour होने का दावा किया गया है, जिसे सर्जरी के द्वारा हटाया गया है। ये दृश्य देखकर ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर्स भी हैरान थे।
देवगढ़ बरिया की इस 56 वर्षीया महिला को पिछले 18 वर्षों से एक ट्यूमर था, जिसका वजन 47 किलोग्राम हो गया था, जो उसके वर्तमान शरीर के वजन से सिर्फ दो किलोग्राम कम था। ट्यूमर की वजह से महिला का वजन करीब दोगुना हो गया था और वह बहुत परेशान थी। ट्यूमर निकलने के बाद महिला का वजन मात्र 49 किलोग्राम रह गया है। महिला के बेटे ने बताया कि वो पिछले कुछ महीनों से बिस्तर पर पड़ी थी।
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महिला के बेटे ने बताया कि शुरुआत में Tumor उतना बड़ा नहीं था लेकिन अचानक से इसका आकार बढ़ने लगा. पहले लोगों को लगा कि गैस की दिक्कत की वजह से महिला का पेट इतना फूला होगा. लेकिन साल 2004 में Ultrasonography के बाद पता चला कि महिला के पेट में एक बड़ा ट्यूमर है। लेकिन तब डॉक्टरों ने महिला की मेडिकल कंडीशन को देखते हुए सर्जरी का जोखिम नहीं उठाया था. लेकिन देखते ही देखते ट्यूमर का आकार दोगुना से ज्यादा हो गया. जिसकी वजह से महिला को लगातार दर्द झेलना पड़ रहा थ। वह बिस्तर से उठ भी नहीं पाती थीं. ऐसे में परिजनों ने गुजरात स्थित हॉस्पिटल का रुख किया, जहां डॉक्टरों ने सर्जरी कर ट्यूमर निकालने का फैसला किया.
जब महिला को शहर के एक अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर से बाहर निकाला गया, तो उसे लगा जैसे सचमुच एक बड़ा वजन उसके शरीर के ऊपर से हट गया हो।
अपोलो अस्पताल के सर्जिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. चिराग देसाई ने कहा कि “हम सर्जरी से पहले मरीज का वजन नहीं कर सकते थे क्योंकि वह सीधे खड़ी नहीं हो सकती थी। लेकिन ऑपरेशन के बाद, उसका वजन 49 किलोग्राम था।”
फिलहाल ट्यूमर का सफल ऑपरेशन होने के बाद अब वह रिकवर हो रही है और मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल गई।