आखिर क्या थी बड़ी वजह जो डॉक्टर ने खत्म कर डाला अपना परिवार, फिर खुद भी…

06 Dec, 2023
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यूपी। रायबरेली के रेल कोच फैक्टरी इलाके में डॉक्टर अरुण कुमार सिंह ने पत्नी, बेटा और बेटी का सिर हथौड़े से कूंचने के बाद खुदकुशी कर ली। मंगलवार रात अरुण का शव उनके कमरे में फांसी पर लटका मिला। उनके हाथ की नस कटी थी। वहीं बिस्तर पर अरुण की पत्नी और दो बच्चों के शव खून से सने पड़े थे। सभी का सिर कूंचा गया था।

घटना की जानकारी पर देर रात पुलिस अफसर डॉग स्क्वाड और फिंगर प्रिंट दस्ते के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की। पुलिस को मौके पर खून से सना एक हथौड़ा मिला है। इसे ही आलाकत्ल माना गया है। मूलत मिर्जापुर निवासी कैलाश सिंह के पुत्र डॉ.अरुण कुमार सिंह यहां माडर्न रेलकोच फैक्टरी में आंखों के चिकित्सक थे। अरुण यहां रेलकोच फैक्टरी परिसर के आवास में ही परिवार के साथ रहते थे। पुलिस ने बताया कि यहां अरुण (35) के अलावा पत्नी अर्चना, 13 वर्षीय बेटी अदीबा और चार साल का मासूम बेटा आरव था।

फतेहगंज गल्ला मण्डी निवासी फिजियोथेरेपिस्ट आनंदेश्वर ने वर्ष 2008 में दुगावां निवासी संध्या से प्रेम विवाह किया था। उनके दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा तनिश (15) चौथी का छात्र है जो बोल नहीं पाता है। वहीं, शौर्य तीसरी कक्षा में पढ़ता है।

पूरी प्‍लानिंग के साथ की खुदकुशी: एसपी

पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि डॉक्टर साहब 2017 से कारखाने में नौकरी कर रहे है। वह नेत्र सर्जन थे। उन्होंने कई तरह के इंजेक्शनों का प्रयोग किया और पहले बच्चों को बेहोश किया फिर उनके सिर पर वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। खुद के हाथों की नस काटी जब सफल नहीं हुए तो कुर्सी रखकर फांसी लगा ली। रविवार को उनको अंतिम बार देखा गया था।आज उनके सहयोगी जब उनके आवास पर पहुचे तो दरवाजा तोड़ा गया और ये मंजर दिखाई दिया। शवों को कब्जे में ले लिया गया है। डॉक्टर साहब के एक पुत्र, पुत्री और पत्नी भी मृत अवस्था में मिले हैं। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद मौत का सही कारण स्पष्ट होगा।

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