स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार कर लेने से एक बार फिर दिल्ली में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है.
नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में अरेस्ट किया है. इस मामले को लेकर अब दिल्ली में राजनीति गरमा गई है, जहाँ एक तरफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये बिल्कुल फर्जी केस है. हमारी कट्टर ईमानदार सरकार है और साथ ही ईमानदार पार्टी भी है. हम एक पैसे का भी भ्रष्टाचार न करते हैं और न ही बर्दाश्त करते हैं. अभी हाली में आपने देखा कि पंजाब में एक मंत्री की ऑडियो रिकॉर्डिंग थी और इसके बारे में किसी एजेंसी विपक्ष या मीडिया को नहीं पता था, हम चाहते तो दबा सकते थे, लेकिन हमने खुद उस मंत्री के खिलाफ एक्शन लेकर उसको गिरफ्तार करवा दिया. वहीं, मनी लांड्रिंग मामले में दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार कर लेने से एक बार फिर दिल्ली में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है. आम आदमी पार्टी (आप) के सभी बड़े नेता पूर्व में अनेक बार यह कहते रहे हैं कि दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर केंद्र सरकार की एजेंसियों ने हाथ डालने की कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली, क्योंकि उन्हें किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं मिला.

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अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि ऐसे ही 5 साल पहले दिल्ली में भी हुआ था. हमारे एक मंत्री की हमारे पास ऑडियो रिकॉर्डिंग आई थी तो मैंने उसे तत्काल प्रभाव से मंत्रालय से बर्खास्त कर दिया था और इस बारे में सीबीआई को भी लिखा था. हम किसी एजेंसी का इन्तजार नहीं करते हम खुद ही एक्शन लेते हैं, लेकिन हम यह भी देखते हैं कि बहुत सारी केंद्रीय एजेंसी एक्शन लेती हैं. वह राजनीति से प्रेरित होते हैं तो सत्येंद्र जैन जी के केस को मैंने खुद व्यक्तिगत रूप से अध्ययन किया तो, यह पता चला कि ये पूरी तरह से फर्जी केस है. उनको जानबूझकर राजनीतिक कारणों की वजह से फंसाया गया है तो मैं समझता हूं हम सच्चाई के रास्ते पर चल रहे हैं. सच्चाई का रास्ता बहुत कठिन होता है हमारे साथ ईश्वर है. हमको देश की ज्यूडिशियरी के ऊपर भरोसा है और जुडिशरी न्याय करेगी और वह निकल कर आ जाएंगे.
आपकी जानकारी क पुख्ता करने के लिए बता दें कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. ईडी की इस कार्रवाई से दिल्ली की केजरीवाल सरकार का को बड़ा झटका लगा है. उनपर फर्जी कंपनियों के जरिए लेन-देन करने का आरोप है. जानकारी के अनुसार जैन को पहले हिरासत में लिया गया था. ईडी ने पहले उनसे पूछताछ की और फिर गिरफ्तार कर लिया.

फर्जी केस में फंसाया गया
वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इस मामले पर टिप्पणी की है. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा कि, सत्येंद्र जैन के ख़िलाफ़ 8 साल से एक फ़र्ज़ी केस चलाया जा रहा है. अभी तक कई बार ईडी बुला चुकी है. बीच में कई साल ईडी ने बुलाना भी बंद कर दिया था क्योंकि उन्हें कुछ मिला ही नहीं. अब फिर शुरू कर दिया क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं. सिसोदिया ने अपने एक और ट्वीट में कहा कि हिमाचल में बीजेपी बुरी तरह से हार रही है. इसीलिए सत्येंद्र जैन को आज गिरफ़्तार किया गया है ताकि वो हिमाचल न जा सकें.

गिरफ्तारी क्यों की गई?
दरअसल, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ ईडी का केस 2017 में सीबीआई द्वारा दर्ज की गई उस एफआईआर पर आधारित है जिसमें कथिततौर पर 4.63 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे. पैसे का यह खेल चार कंपनियों के जरिए किया गया. ये सभी कंपनियां सत्येंद्र जैन से जुड़ी पाई गईं हैं. शुरुआती जांच में पता चला है कि जैन और उनकी पत्नी की इन कंपनियों में एक तिहाई हिस्सेदारी थी. दोनों जांच दिल्ली के औचंदी, बवाना, कराला और मोहम्मद माजवी गांवों में 2010 और 2016 के बीच 200 बीघे से ज्यादा जमीन की खरीद पर आधारित है.