इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए पातालपुरी मठ के महंत बालक दास ने कहा कि जिस तरह से इस्लामी कट्टरपंथी उपद्रव मचा रहा है. इस हिंसा को संत समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.
नई दिल्ली: जुमे की नमाज के बाद कई राज्यों और उनके शहरों में हुए उपद्रव को देखते हुए काशी धर्म परिषद ने शनिवार को बैठक बुलाई. इस बैठक में संतों ने नमाज के बाद हुई हिंसा के लिए निंदा प्रस्ताव पारित किया. इन संतों ने इस बैठक में फैसला लिया है कि देश को बचाने के लिए संत भी सड़क पर उतरेंगे. हर मस्जिद में सीसीटीवी कैमरा लगाने और उनमें रह रहे मौलानाओं का भाषण रिकॉर्ड करने की मांग की गई है.
चर्चा के बाद मठों के पीठाधीश्वर, संतों-महंतों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में 16 सूत्रीय प्रस्ताव पारित किए गया है. बताया जा रहा है कि इन प्रस्तावों को सभी अखाड़ों और पंथों के प्रमुखों के साथ मिलकर सरकार को भेजा जाएगा. शनिवार को विश्वेश्वरगंज हरतीरथ स्थित सुदामा कुटी में काशी धर्म परिषद की बैठक हुई.

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सड़कों पर उतरेगा संत समाज
इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए पातालपुरी मठ के महंत बालक दास ने कहा कि जिस तरह से इस्लामी कट्टरपंथी उपद्रव मचा रहा है. इस हिंसा को संत समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. देश को जलने से बचाने के लिए संत समाज सड़कों पर उतरेगा. केंद्र और प्रदेश की सरकारों से हिंसा में लिप्त कट्टरपंथियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग करेगा.
मठ के महंत ने आगे कहा की पथराव व हिंसा के लिए जिम्मेदार व्यक्ति व संस्था पर लगाम लगाते हुए बंद करें. उनकी सम्पत्ति जब्त की जाए. बैठक में संतो ने कहा कि हिंसा के पीछे की साजिश का पर्दाफाश करना जरुरी है. हिंदू देवी-देवताओं पर पर अपमान जनक टिप्पणी करने, फिल्मों में मजाक बनाने वालों को सरकार तत्काल जेल भेंजे. साथ ही इस बैठक में रांची में हनुमान मंदिर में तोड़-फोड़ और हमले की भी निंदा की गई.

काशी धर्म परिषद की बैठक में मांग की गई है कि ज्ञानवापी पर सच बोलने वाले अफसर को स्थायी सुरक्षा दी जाये. अफसर बाबा के हमलावरों को गिरफ्तार कर रासुका लगाई जाए. काशी धर्म परिषद ने ऐलान किया है कि वो नुपुर शर्मा के साथ है और वो चाहते हैं कि उन्हें रेप की धमकी देने वालों पर रासुका लगनी चाहिए. काशी धर्म परिषद की बैठक में ये भी फैसला किया गया है कि इस मामले में जल्द ही संत, महात्माओं व नागा साधुओं की संयुक्त बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी. इसके अलावा संत समाज की शहर स्तर पर इकाई गठित की जाएगी, जिसमें सभी पंथों के लोग शामिल होंगे.
Edited By: Deshhit News