प्रधानमंत्री ने एम्स और उर्वरक संयंत्र के उद्घाटन तथा गोरखपुर में आईसीएमआर के क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के नए भवन के लिए उत्तर प्रदेश के लोगों को बधाई दी। उन्होंने 5 साल पहले एम्स और उर्वरक संयंत्र की आधारशिला रखने को याद किया तथा आज दोनों का उद्घाटन करते हुए एक बार शुरू की गई परियोजनाओं को पूरा करने की सरकार की कार्यशैली को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब डबल इंजन की सरकार होती है, तो विकास कार्यों के क्रियान्वयन की गति भी दोगुनी हो जाती है। उन्होंने कहा कि जब नेक नीयत से काम होता है, तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बन पातीं। जब गरीब-शोषित-वंचित की चिंता करने वाली सरकार होती है; तो वो परिश्रम भी करती है, परिणाम भी लाकर दिखाती है। उन्होंने कहा कि आज का समारोह इस बात का प्रमाण है कि जब न्यू इंडिया तय कर लेता है तो कुछ भी असंभव नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि त्रिस्तरीय दृष्टिकोण के तहत सरकार ने यूरिया की 100 प्रतिशत नीम कोटिंग की शुरुआत करके यूरिया के दुरुपयोग को रोका। उन्होंने कहा कि करोड़ों किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिए गए हैं, ताकि वे यह तय कर सकें कि उनके खेत के लिए किस तरह की खाद या उर्वरक की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यूरिया का उत्पादन बढ़ाने पर विशेष जोर दिया है। उर्वरक उत्पादन बढ़ाने के लिए बंद पड़े उर्वरक संयंत्रों को भी फिर से खोलना पड़ा। प्रधानमंत्री ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में 5 उर्वरक संयंत्रों का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से देश भर में 60 लाख टन यूरिया उपलब्ध हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने हाल के वर्षों में गन्ना किसानों के हित में किए गए अभूतपूर्व कार्यों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना की। उन्होंने गन्ना किसानों के लिए लाभकारी मूल्य को हाल ही में 300 रुपये तक बढ़ाने और पिछली सरकारों द्वारा विगत 10 वर्षों में गन्ना किसानों को किए गए भुगतान के लगभग बराबर भुगतान करने के लिए सरकार की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद इस सदी की शुरुआत तक देश भर में केवल एक ही एम्स था। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 6 और एम्स को मंजूरी दी थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सात साल में 16 नए एम्स खोलने के लिए देश भर में निर्माण कार्य चल रहा है। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि उनकी सरकार का लक्ष्य है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज अवश्य हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सब जानते थे कि इस क्षेत्र के किसानों के लिए और यहां के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए गोरखपुर का फर्टिलाइजर प्लांट कितना जरूरी था। उन्होंने कहा कि इस प्लांट का इतना महत्व होने के बावजूद पहले की सरकारों ने इसे फिर से शुरू करवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। सब जानते थे कि गोरखपुर में एम्स की मांग बरसों से हो रही थी। लेकिन 2017 से पहले जो सरकार चला रहे थे, उन्होंने गोरखपुर में एम्स के निर्माण के लिए जमीन देने में हर तरह के बहाने बनाए। प्रधानमंत्री ने इस इलाके में जापानी इंसेफेलाइटिस के मामलों में भारी कमी और यहां चिकित्सा से जुड़े बुनियादी ढांचे के विकास का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “एम्स और आईसीएमआर के केंद्र के जरिए जापानी इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ाई को नई ताकत मिलेगी।”
प्रधानमंत्री ने अतीत में राज्य के लोगों के लिए दुःख और तकलीफ का कारण बने सत्ता के प्रदर्शन की राजनीति, सत्ता की राजनीति, घोटालों और माफिया तत्वों की आलोचना की। उन्होंने लोगों से ऐसी ताकतों से सतर्क रहने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमारी सरकार ने सरकारी गोदाम गरीबों के लिए खोल दिए हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हर घर में अन्न पहुंचाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि इसका लाभ उत्तर प्रदेश के लगभग 15 करोड़ लोगों को मिल रहा है। हाल ही में पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को होली से आगे तक के लिए बढ़ा दिया गया है। पहले की सरकारों ने अपराधियों को संरक्षण देकर उत्तर प्रदेश का नाम बदनाम कर दिया था। आज माफिया जेल में हैं और निवेशक दिल खोलकर उत्तर प्रदेश में निवेश कर रहे हैं। यही डबल इंजन का डबल विकास है। उन्होंने कहा कि इसलिए डबल इंजन की सरकार पर उत्तर प्रदेश को विश्वास है।