काबुल में गुरुवार शाम को ISIS के द्वारा एक के बाद एक हुए तीन फिदायीन हमलों ने अमेरिका के लिए चुनौती बढ़ा दी है। तीन हमलों में 13 अमेरिकी सैनिकों की जान गई है। देर रात अमेरिकी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि कर दी है। राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि हम हमलावरों को माफ नहीं करेंगे। हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई। जबकि 60 से ज्यादा अफगानी नागरिकों की मौत हुई है. हालांकि विस्फोट में हताहतों का सटीक आंकड़ा नहीं है। काबुल प्रशासन के मुताबिक हमले में 150 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हुए हैं।
IS से संबद्ध ISIS-K ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसने अमेरिकी सैनिकों (US Troops) और उसके अफगान सहयोगियों को निशाना बनाया। बयान के साथ एक तस्वीर भी साझा की गई। आतंकवादी संगठन ने कहा कि यह वही हमलावर है, जिसने हमले को अंजाम दिया। तस्वीर में कथित हमलावर को काले IS झंडे के सामने विस्फोटक बेल्ट के साथ खड़ा देखा जा सकता है, जिसके चेहरे पर एक काला कपड़ा बंधा है और केवल उसकी आंखें दिख रही हैं। बयान में दूसरे आत्मघाती हमलावर या बंदूकधारियों का कोई जिक्र नहीं था। दावे को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया जा सका है।
बाइडेन ने हमलावरों को चेताया, पकड़कर दी जाएगी सजा
चरमपंथी इस्लामिक स्टेट और तालिबान के बीच ठनी हुई है, क्योंकि IS का मानना है कि अमेरिका के साथ शांति समझौता करना धोखा देने जैसा है. वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने काबुल में हुए हमलों को लेकर कहा है कि वो हमलावरों को पकड़कर उन्हें इसकी सजा देंगे. बाइडेन ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘इस हमले को अंजाम देने वाले और अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले ध्यान रखें कि हम तुम्हें बख्शेंगे नहीं. हम यह भूलेंगे नहीं. हम तुम्हें पकड़कर इसकी सजा देंगे. मैं अपने देश के हितों और लोगों की रक्षा करूंगा.’